एखनि धरि 20 करोड़ सँ बेसी टर्नओवर लेल E-Invoicing अनिवार्य अछि, आब पहिल अक्टूबर 2022 सँ टर्नओवर घटा कय 10 करोड़ कयल जा रहल अछि। अर्थात आब पहि...
एखनि धरि 20 करोड़ सँ बेसी टर्नओवर लेल E-Invoicing अनिवार्य अछि, आब पहिल अक्टूबर 2022 सँ टर्नओवर घटा कय 10 करोड़ कयल जा रहल अछि।
अर्थात आब पहिल अक्टूबर 2022 सँ जाहि कम्पनीके टर्नओवर 10 करोड़ अछि हुनका सभ लेल E-Invoicing अनिवार्य भ' जायत।
नवका नोटिफिकेशनक सन्दर्भ किछ बेसिक बात बुझैत छी।
1. 10 करोड़ टर्नओवरके की मतलब भेल ?10 करोड़ टर्नओवरके मतलब भेल वित्तीय वर्ष 2017-18 सँ लय कय वित्तीय वर्ष 2021-22 तक मे कोनो वर्षमे अथवा अहि वित्तीय वर्षमे अग्रीगेट टर्नओवर 10 करोड़ सँ बेसी छल अथवा अछि तँ 01/10/2022 सँ ई-इनवॉइस अनिवार्य भ' गेल।
2. किनका सभ लेल E-Invoicing अखनो अनिवार्य नञि अछि से देखैत छी
- SEZ UNITS
- An Insurer
- An NBFC
- GTA
- A Banking Company
- A Financial Institution
- A person supplying passenger transportation services
- A person supplying services of admission to the exhibition of the cinematographic films in multiplex services. हिनका सभेलल E-Invoicing करवाक आवश्यकता नञि छन्हि।
3. केहन तरहक इनवॉइसके E-Invoicing करय पड़त?
- Supplies to registered persons (i.e., B2B supplies),
- Supplies to SEZs (with/without payment of tax),
- Exports (with/without payment of tax), and
- Deemed exports,
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